रामलला की मंगला आरती साढ़े चार बजे और श्रृंगार आरती (उत्थान आरती) सुबह साढ़े छह बजे होगी। इसके बाद भक्तों को दर्शन सुबह सात बजे से शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि भोग आरती दोपहर बारह बजे, संध्या आरती शाम साढ़े सात बजे और नौ बजे रात्रि भोग कराया जायेगा…
22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन से लेकर अब तक भगवान के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या कम नहीं हो रही है। मंदिर के बाहर अभी भी भक्तों की भारी संख्या मौजूद है। श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भक्तों की भारी संख्या को देखते हुए भगवान राम के दर्शन और आरती के समय में बदलाव कर दिया है, जिससे ज्यादा से ज्यादा भक्तों को आसानी से भगवान के दर्शन मिल सकें।
More Stories
अदालतों में बैठे न्याय के देवताओं पर क्यों उठने लगी हैं उंगलियां?
कलात्मकता व अश्लीलता में फर्क पर क्या कहता है कानून?
श्री वृन्दावन धाम के सप्त देवालय, जहां श्रीकृष्ण के हैं विशेष 7 श्रीविग्रह